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25-07-2019 : राधारमण में टीईक्यूआईपी-थ्री के तहत महिलाओं की सुरक्षा व लैंगिंक विषय पर कार्यशाला संपन्न
राधारमण में टीईक्यूआईपी-थ्री के तहत महिलाओं की सुरक्षा व लैंगिंक विषय पर कार्यशाला संपन्न भोपाल। राधारमण इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नाेलॉजी एंड साइंस वं राधारमण इंजीनियरिंग कॉलेज एवं राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा आज विश्व बैंक व केन्द्रीय मानव संसाधन विभाग के कार्यक्रम टेक्नीकल एजूकेशन क्वालिटी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम-तीन (टीईक्यूआईपी-थ्री) के तहत राधारमण समूह के ऑडिटोरियम में लैंगिंक समानता एवं महिलाओं की सुरक्षा विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया गया। इस सेमीनार में आरजीपीवी से आए श्री एस सी चौबे तथा विषय विशेषज्ञों- श्री नवीन भाटिया व श्रीमती निताशा खरे ने विद्यार्थियों एवं समूह के फैकल्टी मेम्बर्स व समूह के कर्मचारियों व अधिकारियों को संबोधित किया।श्री चौबे ने कहा कि महिलाओं के प्रति बढ़ती हुई आपराधिक घटनाओं से उनकी सुरक्षा का विषय अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए हमें केवल पुलिस पर निर्भर नहीं रहना होगा बल्कि समाज में एक ऐसा तंत्र विकसित करना होगा जो इन घटनाओं को होने ही न दे। उन्होंने कहा कि विश्व के अनेक देशों में सरकार व आमजन ने ऐसा संभव करके दिखाया है। न्यूयार्क और म्यूनिख आदि शहर इसके उदाहरण हैं। जहां पहले ये शहर अपराधों के लिए कुख्यात थे तो अब वहां रात में कभी भी महिलाएं निडर होकर घर से बाहर निकल पा रही हैं। श्री नवीन भाटिया ने कहा कि महिलाओं को अपने प्रति हो रहे अपराधों को रोकने के लिए अपने को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनाना होगा। श्रीमती खरे ने कहा कि अनेकों मामलों में महिलाएं चुपचाप अत्याचार सहती रहती हैं। ऐसा कानून की जानकारी न होने व सही मार्गदर्शन न मिल पाने की वजह से होता है। उन्होंने अपने उद्बोधन में महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े हुए विभिन्न कानूनों की जानकारी दी व उनका इस्तेमाल करने का तरीका भी बताया। इस अवसर पर राधारमण समूह के चेयरमेन आर आर सक्सेना ने इस कार्यशाला को उपयोगी बताते हुए कहा कि महिलाओं के साथ साथ पुरूषों को भी अपनी सोच व नजरिये में बदलाव लाना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में महिलाओं को हमेशा देवीतुल्य समझा गया है तथा नारी के इस सम्मान को पुर्नस्थापित करने की आवश्यकता है।Posted By :